घर पर अकेली दुखी लड़की,
उसका हृदय दुःख से भर गया।
उसकी आँखों से आँसू गिरते हैं,
जैसे वह मिटा देती है.
उसकी आँखें नम हैं,
उसका दिल भारी है.
उसके विचार अंधकारमय हैं,
लेकिन उसकी आत्मा बहादुर है.
वह अपने घर में है,
उदास व अकेला।
लेकिन उसका दिल मजबूत है,
और उसकी आत्मा बहादुर है.
---
मुझे आशा है कि यह तुकांत कविता आपको पसंद आएगी।
यदि आपका कोई अनुरोध या सुझाव हो तो कृपया मुझे बताएं।
सुनहरे बालों वाली ने एक दोस्त को मुख-मैथुन कराया और गांड को गुदा मैथुन के लिए तैयार किया
वीडियो का विवरण