गोधूलि के सन्नाटे में, जहाँ परछाइयाँ नाचती और खेलती हैं,
मनोहरता के दर्शन ने दिन को सुशोभित कर दिया।
एक युवती गोरी, जिसके बाल बहुत चमकीले हैं,
नीली पोशाक में, जैसे शाम की खुशी।
उसकी पोशाक, दिव्य छटा का एक कैनवास,
चाँद-सितारों से सजी, झिलमिलाती सच्ची।
मुलायम कपड़ा, फूल की पंखुड़ियों की तरह,
उसके स्वरूप को सुंदर, घूमती हुई शक्ति से ढक दिया।
उसकी आँखें, नीलमणि की तरह, चमकदार और गहरी चमक रही थीं,
उसकी आत्मा की सुंदरता को प्रतिबिंबित किया, बहुत नम्र।
उसके होंठ, खिले हुए गुलाब, सभी को आमंत्रित करते हुए,
उस मिठास का स्वाद चखने के लिए जो उसकी मुस्कान मंत्रमुग्ध कर देती है।
उसकी त्वचा, खड़िया के समान, चिकनी और गोरी,
अनुग्रह से दीप्तिमान, और हवा की तरह शुद्ध।
उसकी चाल, हवा की तरह तरल, इतनी हल्की,
मानो तारे खुद ही खुशी से नाचने लगे हों।
इस महिला में सुंदरता का स्वत्व खड़ा था,
पूर्णता की दृष्टि, बहुत भव्य।
और जितनों ने उसे देखा, वे सब उसकी दृष्टि में खो गए,
क्योंकि उसकी आँखों में, स्वर्ग ने अपनी कृपा प्रकट की।
दो दुबली-पतली लड़कियां समूह सेक्स में भाग लेती हैं
वीडियो का विवरण